நாட்டு மக்களுக்கு பிரதமர் நரேந்திர மோதி ஆற்றிய உரை!

मेरे प्यारे देशवासियों, नमस्कार !

कोरोना के खिलाफ देश आज फिर बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहा है। कुछ सप्ताह पहले तक स्थितियां संभली हुई थीं और फिर ये कोरोना की दूसरी वेव तूफान बनकर आ गई। जो पीड़ा आपने सही है, जो पीड़ा आप सह रहे हैं, उसका मुझे पूरा एहसास है। जिन लोगों ने बीते दिनो में अपनो को खोया है, मैं सभी देशवासियों की तरफ़ से उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ। परिवार के एक सदस्य के रूप में, मैं आपके दुःख में शामिल हूं। चुनौती बड़ी है लेकिन हमें मिलकर अपने संकल्प, अपने हौसले और तैयारी के साथ इसको पार करना है।

साथियों,

अपनी बात को विस्तार देने से पहले मैं देश के सभी डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, हमारे सभी सफाई कर्मचारी भाई बहन, हमारे एंबुलेंस के ड्राइवर्स, हमारे सुरक्षाबल-पुलिसकर्मी, सभी की सराहना करूंगा। आपने कोरोना की पहली वेव में भी अपना जीवन दांव पर लगाकर लोगों को बचाया था। आज आप फिर इस संकट में अपने परिवार, अपने सुख, अपनी चिंता छोड़कर दूसरों का जीवन बचाने में दिन-रात जुटे हुए हैं।

साथियों,

हमारे शास्त्रों में कहा गया है- त्याज्यम् न धैर्यम्, विधुरेऽपि काले। अर्थात, कठिन से कठिन समय में भी हमें धैर्य नहीं खोना चाहिए। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए हम सही निर्णय लें, सही दिशा में प्रयास करें, तभी हम विजय हासिल कर सकते हैं। इसी मंत्र को सामने रखकर आज देश दिन रात काम कर रहा है। बीते कुछ दिनों में जो फैसले लिए गए हैं, जो कदम उठाए गए हैं, वो स्थिति को तेजी से सुधारेंगे। इस बार कोरोना संकट में देश के अनेक हिस्से में ऑक्सीजन की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ी है। इस विषय पर तेजी से और पूरी संवेदनशीलता के साथ काम किया जा रहा है। केंद्र सरकार, राज्य सरकारें, प्राइवेट सेक्टर, सभी की पूरी कोशिश है कि हर जरूरतमंद को ऑक्सीजन मिले। ऑक्सीजन प्रॉडक्शन और सप्लाई को बढ़ाने के लिए भी कई स्तरों पर उपाय किए जा रहे हैं। राज्यों में नए ऑक्सीजन प्लांट्स हों, एक लाख नए सिलेंडर पहुंचाने हों, औद्योगिक इकाइयों में इस्तेमाल हो रही ऑक्सीजन का मेडिकल इस्तेमाल हो, ऑक्सीजन रेल हो, हर प्रयास किया जा रहा है।

साथियों,

इस बार जैसे ही कोरोना के केस बढ़े, देश के फार्मा सेक्टर ने दवाइयों का उत्पादन और बढ़ा दिया है। आज जनवरी-फरवरी की तुलना में देश में कई गुना ज्यादा दवाइयों का प्रोडक्शन हो रहा है। इसे अभी और तेज किया जा रहा है। कल भी मेरी देश की फार्मा इंडस्ट्री के बड़े जो प्रमुख लोग हैं, एक्सपर्ट्स लोग है उनसे बहुत लंबी बात हुई है। प्रॉडक्शन बढ़ाने के लिए हर तरीके से दवाई कंपनियों की मदद ली जा रही है। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे देश के पास इतना मजबूत फार्मा सेक्टर है, जो बहुत अच्छी और तेजी से दवाइयां बनाता है। इसके साथ ही अस्पतालों में बेड की संख्या को बढ़ाने का भी काम तेजी से चल रहा है। कुछ शहरों में ज्यादा डिमांड को देखते हुए विशेष और विशाल कोविड हॉस्पिटल बनाए जा रहे हैं।

साथियों,

पिछले वर्ष, जब देश में कोरोना के कुछ ही मरीज सामने आए थे, उसी समय भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी वैक्‍सीन्‍स के लिए काम शुरू कर दिया गया था। हमारे वैज्ञानिकों ने दिन-रात एक करके बहुत कम समय में देशवासियों के लिए वैक्‍सीन्‍स विकसित की हैं। आज दुनिया की सबसे सस्ती वैक्सीन भारत में है। भारत की कोल्ड चेन व्यवस्था के अनुकूल वैक्सीन हमारे पास है। इस प्रयास में हमारे प्राईवेट सेक्‍टर ने innovation और enterprise की भावना का बेहतरीन प्रदर्शन किया है। वैक्सीन्स की approvals और regulatory प्रोसेसज को फास्ट ट्रैक पर रखने के साथ ही, सभी साइंटिफिक और regulatory मदद को भी बढ़ाया गया है। यह एक team effort है जिसके कारण हमारा भारत, दो मेड इन इंडिया वेक्‍सीन्‍स के साथ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू कर पाया। टीकाकरण के पहले चरण से ही गति के साथ ही इस बात पर जोर दिया गया कि ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों तक, जरूरतमंद लोगों तक वैक्सीन पहुंचे। दुनिया में सबसे तेजी से भारत में पहले 10 करोड़, फिर 11 करोड़ और अब 12 करोड़ वैक्सीन के डोस दिए गए हैं। आज कोरोना से इस लड़ाई में हमें हौसला मिलता है कि हमारे हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स और सीनियर सिटीजन के एक बड़े हिस्से को वेक्‍सीन का लाभ मिल चुका है।

साथियों,

कल ही वैक्सीनेशन को लेकर हुए एक और अहम फैसला भी हमने किया है। एक मई के बाद से, 18 वर्ष के ऊपर के किसी भी व्यक्ति को वैक्सीनेट किया जा सकेगा। अब भारत में जो वैक्सीन बनेगी, उसका आधा हिस्सा सीधे राज्यों और अस्पतालों को भी मिलेगा। इस बीच गरीबों, बुजुर्गों, निम्‍न वर्ग के लोग निम्‍न मध्‍यम वर्ग के लोग और 45 वर्ष की आयु के ऊपर के व्यक्तियों के लिए केंद्र सरकार का जो वैक्सीनेशन कार्यक्रम चल रहा है, वो भी उतनी ही तेजी से जारी रहेगा। पहले की तरह ही सरकारी अस्पतालों में मुफ्त वैक्सीन मिलती रहेगी जिसका फायदा जैसा मैनें कहा हमारे गरीब परिवार हो, हमारे निम्‍न वर्ग, मध्‍यम वर्ग के परिवार हो वो उनका लाभ उठा सकेगें।

साथियों,

हम सभी का प्रयास, जीवन बचाने के लिए है और जीवन बचाने के लिए तो है ही, प्रयास ये भी है कि आर्थिक गतिविधियां और आजीविका, कम से कम प्रभावित हों। प्रयास का तरीका यही रखा जाए। वैक्सीनेशन को 18 वर्ष की आयु के ऊपर के लोगों के लिए ओपन करने से शहरों में जो हमारी वर्कफोर्स है, उसे तेजी से वैक्सीन उपलब्ध होगी। राज्यों और केंद्र सरकार के प्रयासों से, श्रमिकों को भी तेजी से वैक्सीन मिलने लगेगी। मेरा राज्य प्रशासन से आग्रह है कि वो श्रमिकों का भरोसा जगाए रखें, उनसे आग्रह करें कि वो जहां हैं, वहीं रहें। राज्यों द्वारा दिया गया ये भरोसा उनकी बहुत मदद करेगा कि वो जिस शहर में हैं वहीं पर अगले कुछ दिनों में वैक्सीन भी लगेगी और उनका काम भी बंद नहीं होगा।

साथियों,

पिछली बार जो परिस्थितियां थीं, वो अभी से काफी भिन्न थीं। तब हमारे पास इस वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए कोरोना स्पेसिफिक मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं था। आप याद करिए, देश की क्या स्थिति थी। कोरोना टेस्टिंग के लिए पर्याप्त लैब नहीं थी, PPEs का कोई प्रोडक्शन नहीं था। हमारे पास इस बीमारी के ट्रीटमेंट के लिए कोई खास जानकारी भी नहीं थी। लेकिन बहुत ही कम समय में हमने इन चीजों में सुधार किया। आज हमारे डॉक्टरों ने कोरोना के इलाज की बहुत ही अच्छी एक्सपर्टीज हासिल कर ली है, वो ज्यादा से ज्यादा जीवन बचा रहे हैं। आज हमारे पास बड़ी मात्रा में PPE किट्स हैं, लैब्‍स् का बड़ा नेटवर्क है और हम लोग टेस्टिंग की सुविधा को निरंतर बढ़ा रहे हैं।

साथियों,

देश ने कोरोना के खिलाफ अब तक बहुत मजबूती से और बहुत धैर्य से लड़ाई लड़ी है। इसका श्रेय आप सभी देशवासियों को ही जाता है। अनुशासन और धैर्य के साथ कोरोना से लड़ते हुए आप देश को यहां तक लाए हैं। मुझे विश्वास है, जनभागीदारी की ताकत से हम कोरोना के इस तूफान को भी परास्त कर पाएंगे। आज हम अपने चारों और देख रहे है कि कैसे कई लोग, कई सामाजिक संस्थाये ज़रूरतमंदों तक मदद पहुँचाने में दिन रात जुटे हैं। दवाई पहुँचाना हो, खाने या रहने की व्यवस्था करनी हो, लोग पूरे मनोयोग के साथ काम कर रहे हैं। मैं इन सभी के सेवा भाव को नमन करता हूँ और देशवासियों से अपील करता हूँ की अधिक से अधिक मात्रा में इस संकट की घड़ी में आगे आए और ज़रूरतमंदों तक मदद पहुँचाये। समाज के पुरुषार्थ और सेवा के संकल्प से ही हम ये लड़ाई जीत पायेंगे। मेरा युवा साथियों से अनुरोध है कि वो अपनी सोसायटी में, मौहल्ले में, अपार्टमेंट्स में छोटी छोटी कमेटियाँ बनाकर कोविड अनुशासन का पालन करवाने में मदद करे। हम ऐसा करेंगे तो सरकारों को ना कभी कंटेनमेंट ज़ोन बनाने की जरूरत पड़ेगी ना कर्फ़्यू लगाने की जरूरत पड़ेगी और लॉकडाउन का तो सवाल ही नही उठता। आवश्‍यकता ही नही पड़ेगी। स्वच्छता अभियान के समय, देश में जागरूकता फैलाने के लिए मेरे बाल मित्रों ने बहुत मदद की थी। छोटे-छोटे बालक 5वीं, 7वीं, 10वीं, में पढ़ने वाले। उन्होंने घर के लोगों को समझाया था, मनाया था। उन्होंने बड़ों को भी स्वच्छता का संदेश दिया था। आज मैं फिर अपने बाल मित्रों से एक बात विशेष तौर पर कहना चाहता हूं। मेरे बाल मित्र, घर में ऐसा माहौल बनाइये कि बिना काम, बिना कारण घर के लोग, घर से बाहर न निकलें। आपकी जिद बहुत बड़ा परिणाम ला सकती है। प्रचार माध्यमों से भी मेरी प्रार्थना है कि ऐसे संकट की घड़ी में वो लोगों को सतर्क और जागरूक करने के लिए जो प्रयास कर रहे हैं, उसे और बढ़ाएं। इसके साथ ही, इसके लिए भी काम करें कि डर का माहौल कम हो सके, लोग अफवाह और भ्रम में न आएं।

साथियों,

आज की स्थिति में हमें देश को लॉकडाउन से बचाना है। मैं राज्यों से भी अनुरोध करूंगा कि वो लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें। लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है। और माइक्रो कन्टेनमेंट जोन पर ही ध्यान केंद्रित करना है। हम अपनी अर्थव्यवस्था की सेहत भी सुधारेंगे और देशवासियों की सेहत का भी ध्यान रखेंगे।

साथियों,

आज नवरात्रि का आखिरी दिन है। कल रामनवमी है और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का हम सभी को यही संदेश है कि हम मर्यादाओं का पालन करें। कोरोना के इस संकट काल में, कोरोना के बचने के जो भी उपाय हैं, कृपया करके उनका पालन शत प्रतिशत करिए। दवाई भी, कड़ाई भी के मंत्र को कभी भी भूलना नही है। ये मंत्र जरूरी है, वैक्‍सीन के बाद भी जरूरी है। रमजान के पवित्र महीने का भी आज सातवां दिन है। रमजान हमें धैर्य, आत्मसंयम और अनुशासन की सीख देता है। कोरोना के खिलाफ जंग जीतने के लिए अनुशासन भी उसकी भी ही जरूरत है। जब जरूरी हो, तभी बाहर निकलें, कोविड अनुशासन का पूरा पालन करें, मेरा आप सभी से यही आग्रह है। मैं आपको फिर ये भरोसा देता हूँ, आपके इस साहस, धैर्य और अनुशासन के साथ जुड़कर, आज जो परिस्थितियां हैं, उन्हें बदलने में देश कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगा। आप सभी स्वस्थ रहें, आपका परिवार सब स्‍वस्‍थ रहे इसी कामना के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद !

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My dear countrymen, Namaskar!

The country is again fighting a very big battle against Corona. A few weeks ago, the conditions had stabilized, and then it became the second wave of Corona. I am fully aware of the pain you are suffering, the pain you are suffering. Those who have lost their lives in the past, I express my condolences on behalf of all the countrymen. As a family member, I am involved in your grief. The challenge is big but we have to overcome it with our determination, our courage and our preparation.

Colleagues,

Before I elaborate, I would like to appreciate all the doctors, medical staff, paramedical staff, all our cleanliness siblings, the drivers of our ambulances, our security-policemen. You also saved people by putting your life at stake in the first wave of Corona. Today you are again busy day and night in this crisis, leaving your family, your happiness, your worries and saving the lives of others.

Colleagues,

It has been said in our scriptures –  taijyamn dhiramam, vidhupri kale. That is, we should not lose patience even in the harshest times. To deal with any situation, we must take the right decision, try in the right direction, only then we can achieve victory. Keeping this mantra in front, today the country is working day and night. The decisions taken in the last few days, the steps taken, will improve the situation rapidly. This time the demand for oxygen has increased in many parts of the country in the Corona crisis. This subject is being worked on rapidly and with full sensitivity. Central government, state governments, private sector, all are trying their best to provide oxygen to every needy. Measures are also being taken at several levels to increase oxygen production and supply. There are new oxygen plants in the states, one lakh new cylinders to be delivered, oxygen used in industrial units, medical use, oxygen rail, every effort is being made.

Colleagues,

This time as the corona cases increased, the pharma sector of the country has increased the production of medicines. Today, many times more medicines are being produced in the country than in January-February. It is still being expedited. Even yesterday, there have been a long talk with the leading people of my country’s pharma industry, who are experts. To increase production, the help of pharmaceutical companies is being sought in every way. We are fortunate that our country has such a strong pharma sector, which makes very good and fast medicines. Along with this, the work of increasing the number of beds in hospitals is also going on fast. In view of the high demand in some cities, special and large Kovid hospitals are being built.

Colleagues,

Last year, when only a few corona patients appeared in the country, work was started for effective vaccines against the corona virus in India at the same time. Our scientists have developed vaccines for the countrymen in a very short time, day and night. Today, the cheapest vaccine in the world is in India. We have a vaccine suited to India’s cold chain system. In this endeavor, our private sector has demonstrated the spirit of innovation and enterprise. Along with keeping the approvals and regulatory processes on the fast track, all scientific and regulatory support has also been enhanced. It is a team effort that enabled our India to launch the world’s largest vaccination campaign with two Made in India vaccines. From the very first phase of vaccination, it was emphasized that with maximum speed, in most areas, The vaccine reached the needy people. India has the fastest 10 crore, then 11 crore and now 12 crore vaccine doses. Today, in this fight with Corona, we are encouraged that a large part of our healthcare workers, frontline corona warriors and senior citizens have benefited from the vaccine.

Colleagues,

Yesterday, we have also taken another important decision regarding vaccination. From May 1 onwards, anyone above 18 years of age can be vaccinated. Now half of the vaccine that will be made in India, will also go directly to the states and hospitals. Meanwhile, the central government vaccination program for the poor, elderly, low class people and middle-aged people and above the age of 45 will continue as fast. As before, free vaccines will continue to be available in government hospitals, as I said, our poor families, our lower class, middle class families will be able to take advantage of them.

Colleagues,

The effort of all of us is to save lives, and not only to save lives, it is also the effort that economic activities and livelihoods are least affected. This should be the way of effort. By opening the vaccination to people above the age of 18 years, the vaccine available in our workforce in cities will become increasingly available. With the efforts of the states and the central government, workers will also be getting vaccines faster. My request to the state administration is to keep the trust of the workers alive, urge them to stay where they are. This trust given by the states will help them very much that the city they are in will be vaccinated in the next few days and their work will not stop.

Colleagues,

The circumstances which were there in the past were quite different from the previous ones. Then we did not have the Corona Specific Medical Infrastructure to fight this global epidemic. Remember, what was the situation of the country. There was not enough lab for Corona testing, there was no production of PPEs. We also did not have any specific information for treatment of this disease. But in a very short time we have improved these things. Today our doctors have achieved very good treatment of corona treatment, they are saving more and more lives. Today we have a large amount of PPE kits, a large network of labs and we are continuously increasing the testing facility.

Colleagues,

The country has fought very strongly and very patiently against Corona so far. The credit goes to all of you countrymen. You have brought the country to the fight while fighting Corona with discipline and patience. I am confident, with the power of public participation, we will be able to defeat this storm of Corona as well. Today we are seeing all around us how many people, many social organizations are working day and night to help the needy. Whether to deliver medicines, to eat or to make living arrangements, people are working with full enthusiasm. I bow to the service of all these people and appeal to the countrymen that more and more people should come forward in this hour of crisis and help the needy. We will be able to win this battle only with the resolve of the effort and service of the society. I request my young colleagues that in their society, in the neighborhood, Help make the Kovid follow discipline by making small committees in the apartments. If we do this then governments will never need to create a container zone or curfew will be imposed and there is no question of lockdown. There will be no need. At the time of the cleanliness drive, my child friends had helped a lot to spread awareness in the country. Small children studying in 5th, 7th, 10th. He had explained to the people of the house, had celebrated. He also gave a message of cleanliness to the elders. Today I want to say one thing specifically to my child friends. My child friend, create such an atmosphere at home that people without work, without reason, do not leave the house. Your stubbornness can bring huge results. My prayer is also through the medium of media that in the hour of such crisis, the efforts they are making to make people alert and aware, increase it further. Along with this,

Colleagues,

In today’s situation, we have to save the country from lockdown. I would also request the states to use lockdown as the last option. Have to try hard to avoid lockdown. And the focus is on the micro-container zone itself. We will also improve the health of our economy and take care of the health of our countrymen.

Colleagues,

Today is the last day of Navratri. Tomorrow is Ram Navami and Maryada Purushottam Shri Ram’s message to all of us is that we should follow the norms. In this crisis of Corona, please follow the Corona whatever measures you have to avoid it 100 percent. Never forget the mantra of medicine as well as rigor. This mantra is necessary, it is also necessary after vaccine. Today is also the seventh day of the holy month of Ramadan. Ramadan teaches us patience, self-control and discipline. Discipline is also needed to win the war against Corona. Get out only when necessary, follow the Kovid discipline fully, I request all of you. I again give you this assurance, that by joining with your courage, patience and discipline, the country will leave no stone unturned to change the circumstances today. May all of you be healthy, your family is healthy and I end my talk with this wish. Thanks a lot !

கொரோனா இரண்டாம் அலையால் நாம் மீண்டும் பாதிக்கப்பட்டுள்ளோம். இப்போதைய பாதிப்பிலிருந்து மீண்டு வரமுடியும்.

மக்களின் வலியை நான் நான் புரிந்து கொள்கிறேன். அவர்கள் கஷ்டத்தில் நானும் பங்கேற்கிறேன்.இது போன்ற சூழ்நிலையில் நாம் முன்கள பணியாளர்களுக்கு துணையாக இருக்க வேண்டும்.

நம்முடைய பொறுமையை நாம் ஒரு போதும் இழுந்துவிடக்கூடாது. நாட்டில் ஆக்ஸிஜன் தட்டுப்பாட்டை போக்க முழு முயற்சி மேற்கொள்ளப்பட்டு வருகிறது.

கடந்தாண்டை போன்ற மோசமான நிலை தற்போது இல்லை. கொரோனா தடுப்பு நடவடிக்கைகளில் மத்திய ,மாநில அரசுகளுடன் மக்களும் இணைந்து சவால்களை எதிர்கொள்ள வேண்டும்.

நாட்டில் மிகப்ரெிய மருந்து நிறுவனங்கள் உள்ளன. நாம் கவலைப்பட தேவையில்லை.

தடுப்பூசி உற்பத்தியை அதிகாரிக்க மருந்து நிறுவனங்கள் தொடர்ந்து பேசி வருகிறேன். உலகிலேயே மிகக்குறைந்த விலையில் தடுப்பூசி நம் நாட்டில் கிடைக்கிறது. நாட்டில் அனைவருக்கும் தடுப்பூசி கிடைக்க நடவடிக்கை எடுக்கப்பட்டு வருகிறது.

ஆக்ஸிஜன், மற்றும் தடுப்பூசி தட்டுப்பாடு இன்றி கிடைக்க சிறப்பு முகாம் அமைக்க நடவடிக்கை எடுக்கப்பட்டு வருகிறது.

இதுவரை 12 கோடிக்கும் மேற்பட்டோருக்கு தடுப்பூசி போடப்பட்டுள்ளது. முன்களப்பணியாளர்கள், மூத்த குடிமக்களுக்கு தடுப்பூசி கிடைத்துவிட்டது. ஏழை, எளிய ,நடுத்தர மக்களுக்கும் இலவசமாக தடுப்பூசி போடும் பணி தொடரும்.

நாட்டு மக்கள் நினைத்தால் கொரோனா இரண்டாம் அலையை முறியடிக்க முடியும். நாட்டில் தற்போது தேவை கூட்டு முயற்சிதான். நாம் தைரியத்துடன் போராட வேண்டும். பொறுமையை இழந்துவிடக்கூடாது.

அவசியமற்ற பணிகளுக்கு வெளியே செல்லாமல் முடிந்தவரை வீட்டிலேயே இருங்கள். நாம் கட்டுப்படுவதன்மூலம் கொரோனா பரவலை கட்டுப்படுத்த முடியும். கொரோனாவுக்கு எதிரான போரில் நாம் சரியான விஷயங்களை செய்ய இளைஞர்கள் முன்வர வேண்டும்.

முழு முடக்கம் என்பது கடைசி ஆயுதமே. மாநில அரசுகள் அதை கடைசி ஆயுதமாகத்தான் பயன்படுத்த வேண்டும்.

நாட்டின் பொருளாதாரம் பாதிக்காத வகையிலும், உயிர்ப்பலியை தடுக்கும் வகையிலும் மத்திய அரசு நடவடிக்கை எடுத்து வருகிறது.

இவ்வாறு பிரதமர் மோதி பேசினார்.

எஸ்.சதிஸ் சர்மா.

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